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फ्रस्ट्रेशन क्या है?

frustration

दूसरी भावनाओं की तरह, फ्रस्ट्रेशन केवल एक “भावना” नहीं है, बल्कि इसमें शारीरिक परिवर्तन (जैसे बढ़ा हुआ रक्तचाप, शरीर में तनाव, और तनाव का स्तर), मानसिक सोच (जैसे “यह इतना कठिन क्यों है?”), और व्यवहारिक प्रतिक्रियाएँ भी शामिल होती हैं। कई बार इसका व्यवहारिक हिस्सा यह होता है कि हम और ज्यादा कोशिश करते हैं कि चीजें हमारे अनुसार हो जाएँ। फ्रस्ट्रेशन का एक सकारात्मक पहलू यह है कि यह हमें अधिक प्रयास करने और अपने लक्ष्य को पाने के लिए प्रेरित कर सकती है। उदाहरण के लिए, यदि कोई हमारी बारी आने से ठीक पहले लाइन में कट कर ले, तो हम ज्यादा फ्रस्ट्रेट हों सकते हैं, बजाय इसके कि यह घटना तब हो जब हमारे आगे अभी 30 लोग खड़े हों।

फ्रस्ट्रेशन को संभालने के तीन चरणः

  1. पहचानें: सबसे पहले यह समझें कि आप फ्रस्ट्रेट हों सकते हैं।
  2. समझें: यह जानें कि आपकी कौन-सी अपेक्षाएँ पूरी न होने से आप फ्रस्ट्रेट हों।
  3. समायोजित करें: अपनी अपेक्षाओं को समय रहते बदलें ।

फ्रस्ट्रेशन को कैसे संभालें?

1. अपनी भावनात्मक बुद्धिमत्ता (Emotional Intelligence) को बढ़ाएँ

भावनात्मक बुद्धिमत्ता (Emotional Intelligence) का संबंध फ्रस्ट्रेशन से निपटने की क्षमता से है। भावनात्मक बुद्धिमत्ता का मतलब है अपनी और दूसरों की भावनाओं को समझना और अपनी भावनाओं को सही तरीके से व्यक्त करना। इसे बेहतर बनाने के लिएः

  • फ्रस्ट्रेशन के समय खुद को शांत रखें और सही समय पर अपनी बात कहें।
  • उन लोगों के प्रति सहानुभूति दिखाएँ जो आपको परेशान करते हैं।
  • याद रखें कि सभी भावनाएँ जिनमें फ्रस्ट्रेशन भी शामिल है अस्थायी होती हैं।
  • अपनी भावनाओं को पहचानें ताकि आप सही प्रतिक्रिया दे सकें।
2. सामाजिक समर्थन का सहारा लें

अपने नजदीकी दोस्तों, परिवार या प्रियजनों से अपनी परेशानियों को साझा करना मददगार हो सकता है। बार-बार शिकायत करना सही नहीं है, लेकिन कभी-कभी भरोसेमंद दोस्त से बात करना आपके विचार साफ करने और समाधान खोजने में मदद कर सकता है। जब आपका दोस्त अपनी बातें साझा करे, तो उसकी बात ध्यान से सुनकर आप भी अच्छा श्रोता बनें।

3. अपनी जीवनशैली में बदलाव करें

अगर आपको लगातार तनाव महसूस होता है, तो संभव है कि आपकी दिनचर्या में कुछ बदलाव की जरूरत है।

  • अपनी जिम्मेदारियों को कम करें और अपने शरीर का ख्याल रखें।
  • स्वस्थ खानपान, पर्याप्त नींद और नियमित व्यायाम तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
  • मनोरंजन और रचनात्मक गतिविधियों के लिए समय निकालें ।
  • अपनी पर्सनैलिटी और जीवनशैली के अनुसार ऐसी गतिविधियाँ अपनाएँ, जैसे सैर करना, ध्यान लगाना, या अन्य तनाव-मुक्त करने वाले काम।
4. विश्राम करें

गहरी साँस लेने और आरामदायक कल्पना जैसे सरल तकनीकें गुस्से को शांत करने में मदद कर सकती हैं।

  • गहरी साँस लें, पेट से साँस लें छाती से नहीं। अपनी साँस को “पेट से उठता हुआ” महसूस करें।
  • एक शांत शब्द या वाक्य जैसे “आराम करो,” “सहज रहो” धीरे-धीरे दोहराएँ और गहरी साँस लेते रहें।
  • किसी आरामदायक अनुभव को अपनी कल्पना में देखें या याद करें।

इन तकनीकों को रोज़ाना अभ्यास करें और तनावपूर्ण परिस्थितियों में इन्हें तुरंत इस्तेमाल करना सीखें।

5. सोचने का तरीका बदलें (Cognitive Restructuring)

गुस्से में लोग अक्सर गलत तरीके से सोचते हैं और अतिरंजित बातें कहते हैं। गुस्से में आपकी सोच कभी-कभी ज्यादा नाटकीय और अवास्तविक हो सकती है। इसे सुधारने के लिए:

  • अतिरंजित विचारों को तर्कसंगत विचारों से बदलें। जैसे, “सबकुछ बर्बाद हो गया” की जगह कहें, “यह निराशाजनक है, और गुस्सा आना स्वाभाविक है, लेकिन यह दुनिया का अंत नहीं है और गुस्सा करने से कुछ ठीक नहीं होगा।”
  • “हमेशा” या “कभी नहीं” जैसे शब्दों से बचें। जैसे, “यह मशीन कभी काम नहीं करती” या “तुम हमेशा चीजें भूल जाते हो।” ये न सिर्फ गलत हैं बल्कि समस्या का समाधान मुश्किल बना देते हैं।
  • खुद को याद दिलाएँ कि गुस्सा करने से कोई समस्या हल नहीं होगी; बल्कि यह स्थिति को खराब कर सकता है।
  • तर्क का इस्तेमाल करें। याद रखें कि गुस्सा चाहे जायज हो जल्दी ही अव्यवस्थित हो सकता है।
6. समस्या का समाधान

कई बार, गुस्सा और फ्रस्ट्रेशन असली और अटल समस्याओं से आती है। सभी समस्याओं का समाधान नहीं होता और यह स्वीकार करना जरूरी है। समस्या को हल करने के बजाय, इसे संभालने और उसका सामना करने पर ध्यान दें। योजना बनाएँ, अपनी प्रगति पर नजर रखें और समाधान न मिलने पर खुद को दोष न दें। समस्या का सामना पूरे प्रयास और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ करें। इससे आप अपना धैर्य बनाए रख सकेंगे।

7. बेहतर संवाद

गुस्से में लोग अक्सर गलत नतीजों पर पहुँच जाते हैं। अगर आप गरमागरम बहस में हैं तो धीमे सोचें और फिर जवाब दें। तुरंत प्रतिक्रिया देने की बजाय, सोच-समझकर बोलें। ध्यान से सुनें कि दूसरा व्यक्ति क्या कह रहा है और उसके कहने के पीछे की भावना को समझने की कोशिश करें। आलोचना के समय रक्षात्मक होने से बचें। इसके बजाय, सुनें और यह जानें कि सामने वाले को क्या महसूस हो रहा है। धैर्य रखें और किसी बहस को नियंत्रण से बाहर न जाने दें। शांत रहकर आप स्थिति को बिगड़ने से रोक सकते हैं।

8. हास्य का उपयोग करें (Using Humor)

“मजाकिया हास्य” गुस्से को कम करने का एक असरदार तरीका है। यह आपको स्थिति को संतुलित दृष्टिकोण से देखने में मदद करता है। जब आप किसी को गुस्से में अपशब्द या नाम देते हैं, तो सोचें कि वह शब्द सचमुच कैसा दिखेगा। जैसे, “यह आदमी एक गंदे बैग जैसा है,” तो उस बैग को अपने मन में कल्पना करें। इससे आपका गुस्सा हल्का हो जाएगा।

  • खुद को एक राजा या रानी की तरह कल्पना करें, जो हर चीज पर नियंत्रण चाहता/चाहती है। इस कल्पना में गहराई लाएँ और महसूस करें कि शायद आप अतिशयोक्ति कर रहे हैं।
  • हास्य का इस्तेमाल समस्याओं का सामना करने में मदद के लिए करें न कि उन्हें नजरअंदाज करने के लिए।
  • व्यंग्यात्मक या कटाक्ष भरे हास्य से बचें, क्योंकि यह गुस्से का एक नकारात्मक रूप है।

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9. अपने परिवेश को बदलें (Changing Your Environment)

कई बार हमारा गुस्सा हमारे आसपास की स्थिति या माहौल की वजह से होता है। जिम्मेदारियाँ और समस्याएँ हमें “फँसे हुए” महसूस करवा सकती हैं और गुस्सा बढ़ा सकती हैं। अपने लिए समय निकालेंः अपने दिन के उन हिस्सों में थोड़ी राहत लें, जब आपको सबसे ज्यादा तनाव होता है। उदाहरण के लिए, एक कामकाजी माँ ने यह नियम बनाया कि जब वह काम से घर आती है, तो पहले 15 मिनट तक कोई उससे बात नहीं करेगा जब तक कोई बड़ी आपात स्थिति न हो। इस छोटे से शांत समय के बाद, वह बेहतर महसूस करती है और बच्चों की मांगों को शांतिपूर्वक संभाल पाती है।

10. अपने आप पर दया करें (Some Tips for Easing Up on Yourself)
  • समय का सही उपयोग करें: अगर आप और आपके जीवनसाथी रात में बात करते समय लड़ाई में पड़ जाते हैं तो समय बदलें। दिन के ऐसे समय पर बातचीत करें, जब आप ज्यादा शांत और केंद्रित हों।
  • टालने की कोशिश करें: अगर आपके बच्चे का बिखरा हुआ कमरा देखकर आपको गुस्सा आता है, तो दरवाजा बंद कर दें। बार-बार ऐसी चीजें देखकर खुद को गुस्सा दिलाने की जरूरत नहीं है। यह सोचने की बजाय कि “मेरे बच्चे को कमरा साफ रखना चाहिए ताकि मुझे गुस्सा न आए,” खुद को शांत रखना ज्यादा जरूरी है।
  • विकल्प खोजें: अगर रोजाना ट्रैफिक में फँसने से आप फ्रस्ट्रेशन महसूस करते हैं, तो कोई नया रास्ता तलाशें, जो कम भीड़भाड़ वाला या ज्यादा सुंदर हो। या फिर कोई और विकल्प अपनाएँ, जैसे बस या ट्रेन।
क्या आपको काउंसलिंग की जरूरत है? (Do You Need Counseling?)

अगर आपको लगता है कि आपका गुस्सा नियंत्रण से बाहर हो रहा है, और यह आपके रिश्तों या जीवन के महत्वपूर्ण हिस्सों पर असर डाल रहा है, तो काउंसलिंग लेने पर विचार करें। एक मनोवैज्ञानिक या मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ आपको ऐसे तरीके सिखा सकता है, जो आपकी सोच और व्यवहार को बदलने में मदद करें। सही तकनीकें सीखकर आप गुस्से को बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं और इसे अपने जीवन पर हावी होने से रोक सकते हैं।

References +
  • Scott, E., PhD. (2023, November 15). How to deal with frustration. Verywell Mind. https://www.verywellmind.com/feel-less-frustrated-when-stressed-3145200
  • Pugle, M. (2022, July 26). How to Deal with and Better Understand Frustration. Psych Central. https://psychcentral.com/lib/my-best-ways-to-deal-with-frustration
  • 18 Ways to Cope with Frustration. (n.d.). Mental Health America. https://mhanational.org/18-ways-cope-frustration
  • PsyD, W. H. (2022, August 4). Manage your expectations to beat frustration. Psychology Today. https://www.psychologytoday.com/intl/blog/flex-your-feelings/202208/the-key-coping-frustration
  • Control anger before it controls you. (2023, November 3). https://www.apa.org. https://www.apa.org/topics/anger/control

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